Rodbez Startup Success Story in Hindi – दिलखुश ने बिहार की गलियों से Shark Tank तक का सफर कैसे पूरा किया।

बिहार के रहने वाले दिलखुश कुमार ने साल 2016 में रोडबेज (Rodbez Startup) नाम से एक स्टार्टअप की शुरुआत की थी। जो आज करोड़ों रुपए के टर्नओवर पर पहुंच गया है। दिलखुश केवल 12वीं पास है। और नॉन टेक्निकल बैकग्राउंड से होने के बावजूद इन्होंने यह बड़ी सफलता हासिल की है। यह उन लोगों के लिए एक करारा जवाब है जो कुछ करना तो चाहते हैं मगर उनके बहाने उनके सपनों से ज्यादा है। आईए जानते हैं आखिर बिहार के रहने वाले दिलखुश कुमार ने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए रोडबेज टैक्सी स्टार्टअप को इन ऊंचाइयों पर कैसे पहुंचाया और इनका सफर कैसा रहा।

Rodbez Startup Success Story in Hindi
Image : Rodbez Startup Success Story in Hindi | Source : Instagram/rodbezapp

Rodbez Startup Success Story in Hindi

दिलखुश कुमार की सफलता की कहानी असाधारण प्रेरणा का स्रोत है। इन्होंने बिहार के एक छोटे से कस्बे में रिक्शा वाला से करोड़ों का स्टार्टअप खड़ा करने का सफर तय किया है। यह ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है। इन्होंने केवल 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है। रोडवेज नाम का एक अनूठा टैक्सी स्टार्टअप जो आज पूरे बिहार में छाया हुआ है। यह यात्रा को सरल और किफायती बनाने के साथ-साथ यह हजारों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराता है।

ऐसी हुई Rodbez Startup की शुरुआत 

दिलखुश कुमार जो पहले रिक्शा चलाते थे। उन्होंने साल 2016 में “रोडबेज” नाम से एक स्टार्टअप की शुरुआत की। यह स्टार्टअप पारंपरिक टैक्सी सेवाओं से थोड़ा अलग-थलग था। क्योंकि दिलखुश ने इसे एक रोडबेज सेवाओं के बजाय एक रोडवेज डेटाबेस कंपनी के रूप में शुरू किया था। जो ग्राहकों को प्रमाणित टैक्सी ड्राइवर के साथ जोड़ने का काम करती है। 

रोडवेज स्टार्टअप के माध्यम से ग्राहकों को 50 किलोमीटर से अधिक दूरी के सफर में वन-वे टैक्सी, राइड शेयरिंग और कारपूलिंग जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराती है। जिसके चलते बिहार में यात्रा सुविधाजनक होने के साथ-साथ किफायती भी हुई है। रोडवेज स्टार्टअप के आने से बिहार के लोगों की यात्रा का अनुभव पूरी तरह बदल गया है।

व्यवसाय का विस्तार किया 

कोरोना काल के दौरान दिलखुश ने रोडवेज स्टार्टअप के माध्यम से बिहार को शहरी सड़कों से जोड़ने के लिए एक नया एप्लीकेशन भी लॉन्च किया। यह एप्लीकेशन बिहार की तस्वीर बदलने में कामगार साबित हुआ। एप्लीकेशन के जबरदस्त यूजर इंटरफेस और डाटा एक्यूरेसी के चलते इसे शहरी लोगों ने भी खूब इस्तेमाल किया। इसकी सफलता को देखते हुए इसे 40 लाख रुपए की फंडिंग भी मिली।

इस एप्लीकेशन अथवा स्टार्टअप की खास बात यह है कि अगर टैक्सी ड्राइवर की गलती के चलते अगर किसी ग्राहक की फ्लाइट छूट जाती है, तो दूसरी फ्लाइट के टिकट का खर्चा और इंतजाम रोडबेज कंपनी द्वारा उठाया जाएगा। कंपनी कि यह सुविधा ग्राहकों के भरोसे को मजबूत करते हुए अन्य कंपनियों से अलग बनाती है।

शार्क टैंक से उठाई फंडिंग | Rodbez Startup in Shark Tank

दिलखुश कुमार का रोडबेज स्टार्टअप नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया। इसकी जबरदस्त सफलता के बाद दिलखुश ने शार्क टैंक इंडिया में भी फंडिंग के लिए पिच मारी। दिलखुश कुमार ने शार्क टैंक में 5% हिस्सेदारी के बदले 50 लाख रुपए की मांग की थी। हालांकि उन्हें उनकी डिमांड के मुताबिक तो फंड नहीं मिला। मगर उनकी मेहनत लगन और जज्बे को सलाम करते हुए नमिता थापर और OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने 20 लाख रुपए बिना ब्याज और 30 लाख रुपए मात्रा 5% प्रतिशत ब्याज के हिसाब से कुल 50 लाख रुपए का निवेश दिया।

दिलखुश का संकल्प 

दिलकुश कुमार का सपना है कि वह रोडबेज स्टार्टअप को 100 से 150 करोड़ के टर्नओवर पर देखना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने टैक्सी की संख्या में भी बढ़ोतरी की है। आने वाले समय में वह शहर में भी पूर्ण रूप से सेवाएं शुरू करने वाले हैं। दिलखुश ने रोडबेज स्टार्ट से न सिर्फ यातायात सेवाएं दी है। बल्कि कई लोगों के रोजगार का एक जरिया भी बना है। और उन्हें आत्म निर्भर बनाने में योगदान दिया है। 

About Rodbez Startup Founder Dilkhush Kumar 

दिलखुश कुमार बिहार के एक छोटे से कस्बे में रहने वाले हैं। कम पढ़ाई-लिखाई के चलते उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वे सुरक्षा गार्ड की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे थे। मगर कम पढ़ाई लिखाई के चलते उन्हें वंचित कर दिया गया। दिलखुश कहते हैं कि एक इंटरव्यू में उन्हें सिर्फ इसलिए डिस-क्वालीफाई कर दिया गया।

क्योंकि वह आईफोन के लोगो को पहचानने में नाकाम रहे थे। उन्होंने पहले कभी आईफोन नहीं देखा था। मगर वे अपनी असफलताओं से निराश न होकर अपने सपनों को मजबूती देते हुए मेहनत करते गए और आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं कि लोग उनके नाम का उदाहरण देते हैं। 

Rodbez कंपनी में टैक्स कैसे लगाए 

अगर आप भी रोडवेज स्टार्टअप में अपनी टैक्सी लगाना चाहते हैं अथवा एक ड्राइवर के रूप में नौकरी पाना चाहते हैं तो आप इनकी ऑफीशियली वेबसाइट विजिट कर सकते है।

Rodbez Startup में Driver की नौकरी कैसे मिलेगी 

अगर आप रोडवेज स्टार्टअप में ड्राइवर की नौकरी चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट पर Join as Driver वाले विकल्प पर क्लिक करते हुए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास हैवी व्हीकल चलाने का ड्राइविंग लाइसेंस और कम से कम 2 साल का अनुभव होना चाहिए। आपकी मासिक सैलरी कम से कम 17,500 और अधिकतम 22,500 तक रहने वाली है। 

अगर आप टैक्सी पार्टनर के रूप में रोडवेज स्टार्टअप के साथ जॉइन होना चाहते हैं यानि आप अपनी टैक्सी लगाना चाहते हैं तो यह भी कर सकते है। जिसके लिए आपको हर महीने ₹25,000 (केवल टैक्स के) दिए जाएंगे। जबकि आप ड्राइवर और टैक्सी दोनों ही लगाना चाहते हैं तो आपको अधिकतम 45,000 महीने के मिलने वाले हैं। आवेदन करने से पहले कंपनी की नियम और शर्तें आवश्यक रूप से पढ़े। ताकि आपको आगे चलकर किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।

FAQ-

Rodbez Startup की शुरुआत कब हुई?

रोडबेज स्टार्टअप कंपनी की शुरुआत साल 2016 में हुई थी।

रोडबेज स्टार्टअप कंपनी का फाउंडर कौन है? 

रोडबेज स्टार्टअप कंपनी के फाउंडर दिलखुश कुमार है। जो बिहार के रहने वाले हैं।

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