महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भगदड़ मचने से कई लोगों के हताहत होने की जानकारी मिली है। जबकि करीब 14 लोगों की मौत की खबरें मिल रही है। महिलाएं दम घुटने के चलते एक दूसरे पर गिर पड़ी। जिसके चलते लोगों में भगदड़ मच गई। श्रद्धालुओं का कहना है की घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि प्रशासन के लोग मृत लोगों की लाशें हटा रहे हैं और सारा सामान उत्तर-पुथल पड़ा है। महाकुंभ मेले में दो बार आगजनी की घटना होने के बाद यह तीसरी बड़ी घटना सामने आई है। आइये इस पर पूरी जानकारी लेते हैं।

महाकुंभ मेले में मची भगदड़
महाकुंभ मेले के 17वें दिन यानी मौनी अमावस्या 29 जनवरी के दिन पवित्र स्नान से पहले ही लोगों में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई लोगों के गंभीर घायल होने और करीब 14 लोगों के मरने की जानकारी मिल रही है। हालांकि प्रशासन द्वारा फिलहाल मौत की खबर की पुष्टि नहीं की गई है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने जानकारी दी कि जब वह स्नान करके लौट रहे थे। तब उन्होंने देखा कि पुलिस लोगों की डेड बॉडी हटी रही थी। जबकि कई लोगों को एंबुलेंस में बिठाकर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था।
महाकुंभ मेले में कैसे मची भगदड़
महाकुंभ मेले की ओएसडी आकांक्षा राणा ने जानकारी दी की यह दुर्घटना बैरियर टूटने के चलते हुई है। मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान करने लोगों की भीड़ ज्यादा बढ़ गई। जिसके चलते दबाव बढ़ा और लोगों में भगदड़ मची। संगम नोज के आसपास हुई इस घटना में दर्जनों लोग के घायल होने की जानकारी है। जिन्हें बिना किसी देरी के केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ में उपचार के लिए रेफर कर दिया गया है। जबकि बहुत ज्यादा घायल होने वाले श्रद्धालुओं के बेहतर उपचार के लिए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।
महाकुंभ में लेकर केंद्रीय चिकित्सालय को घटना के बाद छावनी में बदल दिया तब्दीलकर किया गया है अब यहां मीडिया कर्मी और बाहर के किसी भी अन्य व्यक्ति अथवा कर्मचारियों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संगम नोज पर कुछ महिलाओं का दम घुटने के कारण वे आगे खड़ी महिलाओं पर गिर पड़ी। जिसके चलते बैरिकेटिंग पर दबाव पड़ा और बैरिकेड टूट गया। प्रशासन ने ठोस कदम उठाते हुए महाकुंभ में क्राउड डायवर्सन प्लान भी लागू कर दिया है और बड़ी दुर्घटना को रोकने के लिए कई एंट्री गेट बंद कर दिए गए हैं।
दुर्घटना की पीएम मोदी ने जानकारी ली
मेले में भगदड़ मचने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 घंटे में दो बार सीएम योगी से बातचीत कर घटना की जानकारी ली है और घायलों को तुरंत उपचार सुविधा उपलब्ध कराने और अन्य जरूरत की पूर्ति करने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री सहित भाजपा चीफ बीजेपी नड्डा ने भी योगी आदित्यनाथ से बातचीत कर घटना की जानकारी ली है और स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति करने की सलाह दी है।
बता दे योगी सरकार ने सभी संभावित घटनाओं का अनुमान लगाते हुए पहले से ही महाकुंभ में फायर ब्रिगेड से लेकर एंबुलेंस और अन्य सुविधाएं तैयार की हुई है। जिसके चलते किसी भी अनहोनी पर आसानी से काबू पाया जा सका।
2 बार लग चुकी है आग
इससे पहले भी महाकुंभ मेले में दो बड़ी घटनाएं हो चुकी है। सेक्टर 5 में एक कल्पवासी टेंट लगाकर खाना बना रहा था। मगर गैस सिलेंडर से गैस लीक होने से सिलेंडर ने आग पकड़ ली और जबरदस्त धमाका हुआ। धमाके के कारण वहां मौजूद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। रसोई में रखा हजारों का सामान राख हो गया। मगर जान हानि नहीं हुई। धमाके की आवाज सुन फायर ब्रिगेड ने भी फुर्ती के साथ घटनास्थल पर पहुंची और चंद मिनटों में आग पर काबू पा लिया।
दूसरी आगजनी की बड़ी घटना सेक्टर 19 में बालक नंदन दास के टेंट में लगी हुई। खाना बनाते समय उनके भी गैस सिलेंडर से गैस लीक होने के चलते यह घटना हुई। जिसमें कुर्सी बिस्तर और रसोई का अन्य सामान जल गया। अग्निशमन टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर नियंत्रण पाया। इसमें भी कोई जान हानि नहीं हुई।
महाकुंभ यात्रियों के लिए जरूरी दिशा निर्देश
महाकुंभ में लगातार तीसरी बड़ी दुर्घटना होने के चलते मेला प्रशासन ने यात्रियों के लिए कई जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिनका विवरण नीचे दिया गया है।
- आग लगे या किसी भी तरह की आपातकाल की स्थिति में तुरंत 112, 1090 या 1920 नंबर पर पुलिस और फायर स्टेशनों को सूचित करें।
- आग लगने पर शांत दिमाग से काम करें और आसपास के लोगों को सावधान करते हुए संबंधित विभाग को तुरंत सूचित करें।
- किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को सहायता दें l।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। हम मेले में लोगों की मौत के आंकड़ों की पुष्टि नहीं करते हैं। लेख में उपलब्ध कराई गई किसी भी तरह की जानकारी से शिकायत है तो हमें संपर्क करें.